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Showing posts from March, 2023

सुंदरकांड प्रश्न मंच, हनुमान जयंती

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6अप्रेल 2023 हनुमान जयंती   *सुंदरकांड प्रश्नोत्तरी,  1*तुलसीदास ने सुंदरकांड के मंगलाचरण में प्रथम श्लोक में वंदना की है  1.शिव की 2.राम की  3.हनुमान जी की4-गुरु जी की। 2*तुलसीदास ने ज्ञानियों में अग्रणी बताया है - 1.शिव को 2.स्वयं को  3.हनुमान को4-श्री राम को। 3*किसके वचन सुनकर हनुमानजी का आत्मविश्वास और हर्ष बढ़ गया-  1.श्रीराम के  2.जामवंत के  3.सुग्रीव के4. अंगद के 4*सिंधु तीर का अर्थ है-  1-बाण2- किनारा 3. समुद्र तट4.राम का बाण 5*भूधर का अर्थ है- 1. पर्वत 2.धरती को धारण करने वाला  3.राजा4. भूमि  6*हनुमानज की थकान मिटाने के लिए सागर के बीच उपस्थित हुआ - 1.सुमेरु2.महेन्द्र  3.मैनाक 4.कैलाश  7*हनुमान जी ने किससे कहा राम काज कीने बिना मोहि कहां विश्राम - 1.सुरसा से 2.लंकिनी से  3.मैनाक से4.विभीषण से  8*सुरसा थी राक्षसी - 1.साध्वी 2.सर्पों की माता  3.सूर्य देव की माता 4-सती माता9 9*यह बात किसने किससे कहीं -"अहा आज देवताओं ने मेरे पेट प्रबंध के लिए भरपूर आहार दिया है "_ 1.लंकिनी ने 2.सुरसा ने 3.संपाती न...

सरस्वती विद्या मंदिर हिंदी टीजीटी प्रश्न पत्र

हिंदी टीजीटी प्रश्न पत्र    पूर्णांक -50 (प्रश्न संख्या 1 से 40 1 -1अंक ,तथा41 से 42 पांच- पांच अंक।) 1.. ‘वीणापाणि’ में समास है- कर्मधारय तत्पुरुष बहुव्रीहि द्विगु Ans (3): ‘वीणापाणि’ में बहुव्रीहि समास है। जिस समास में किसी अन्य पद की प्रधानता हो, वह बहुव्रीहि समास कहलाता है; जैसे- वीणापाणि = वीणा है जिसके पाणि (हाथ) में अर्थात सरस्वती। 2. ‘नम:’ शब्द के योग में ‘विभक्ति’ होती है- प्रथमा द्वितीया तृतीया चतुर्थी Ans (4): ‘नम:’ शब्द के योग में चतुर्थी‘विभक्ति’ होती है। 3.जिस समस्त पद में पूर्व या उत्तर पद की बजाय किसी अन्य अर्थ की प्रधानता होती है, उसमें होता है- बहुव्रीहि समास तत्पुरुष समास अव्ययीभाव समास द्वंद्व समास Ans (1): जिस समस्त पद में पूर्व या उत्तर पद की बजाय किसी अन्य अर्थ की प्रधानता होती है, उसमें बहुव्रीहि समास होता है; जैसे- अन्यमनस्क = अन्य में है मन जिसका वह। 4. ‘नदी कोश भर टेढ़ी है’- का संस्कृत अनुवाद होगा? नदी क्रोशेण कुटिला। नदी क्रोशाय कुटिला। नदी क्रोशं कुटिला। नदी क्रोशात्‌ कुटिला। Ans (3): ‘नदी कोश भर टेढ़ी है’ का संस्कृत अनुवाद- ‘नदी क्रोशं कुटिला।’ हो...

हिंदी टी जी टी2021

 टीजीटी हिंदी- 2021 1. ‘ब्रजभाषा’ का विकास किस अपभ्रंश से हुआ? शौरसेनी अपभ्रंश से मागधी अपभ्रंश से अर्द्ध मागधी अपभ्रंश से ब्राचड़ अपभ्रंश से Ans (1): ‘ब्रजभाषा’ का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। शौरसेनी अपभ्रंश से पश्चिमी हिंदी, राजस्थानी और गुजरती का विकास हुआ। पश्चिमी हिंदी उपभाषा से खड़ी बोली, हरियाणवी, ब्रजभाषा, बुंदेली, कन्नौजी बोलियों का विकास हुआ। 2. एक ही कथानायक ‘चेतन’ उपेन्द्रनाथ के कई उपन्यासों का केन्द्रीय पात्र है। उनके किस उपन्यास का नायक ‘चेतन’ नहीं है? गिरती दीवारें शहर में घूमता एालरश्रा गर्म राख एक नन्‍हीं कंदील Ans (3): उपेन्द्रनाथ अश्क के ‘गर्म राख’ उपन्यास का नायक ‘चेतन’ नहीं है। 3. ‘प्रसन्‍न पद-नव्यार्थ युक्‍त्युदूबोध विधायिनी।     स्फुरन्ती सत्कवेुर्बुद्धि: प्रतिभा सर्वतोमुखी॥’ -उक्त कथन किसका है? मम्मट वाग्भट रुद्रट विश्वनाथ Ans (2): उक्त कथन ‘वाग्भट’ का है। 4. ‘शिवराज भूषण’ में कितने अलंकारों का निरूपण हुआ है? 15 51 99 105 Ans (4): ‘शिवराज भूषण’ में 105 अलंकारों का निरूपण हुआ है। 5. निम्न में से कौन-सा सात्विक अनुभाव नहीं है? रोमांच कंप विषाद प...