विकास नही हम विनाश ओर बढ़ रहें हैं



सरला भारद्वाज पथिक

26/3/25

4pm

 लोग कहते हैं हम विकास की ओर बढ़ रहे हैं!

पर वास्तव में हम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं!

बच्चों के हाथ में किताबों की जगह अश्लील साहित्य आ जाए,

शाम को मंदिरों की जगह मदिरालयों पर भीड़ बढ़ जाए,

तो समझ लो हम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं।

माता पिता जब औलाद को चंद लाभ के लिए झूठ और बेमानी पढ़ाने लग जाएं ,

उनकी गलतियों के सुधार की जगह ,खुद सफाई देने लग जाएं,

तो समझो लो हम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं ।

औलादें जब मां बाप से ऊंची आवाज़ में बतियाएं ,

राम को भूल जब कंश और औरंगजेब आदर्श बन जाएं ,

तो समझ लो कि हम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं।

पिता के वचनों की धूल उड़ाते हुए जब संतान निर्णय लेने लग जाए ,

 विवश पिता जब अपने मन की पीड़ा भी न कह पाए ,

तो समझो लो कि हम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं।

चरित्र का निर्माता जब असहाय हो जाए,

 नयी पीढी को  जब चरित्र की भाषा  समझ न आए,

जलेबी की रक्षक जब बंदरिया ही बन जाए,

तो समझ लो हम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं।

शिक्षा व्यवस्था जब पंगु हो जाए ,

आसन पर बैठा मठाधीश,

उचित अनुचित का निर्णय न लें पाए ,

तो समझो हम विनाश की ओर बढ रहे हैं।

 आचार्यों के स्थान पर , चरित्र हीनों को बिठा दिया जाए,

नीति वचनों के स्थान पर , मुंह में नशे का ताला लग जाए,

 तो समझो कि हम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं।

सही को सही और ग़लत को ग़लत कहने से जब बुद्धि जीवी कतराएं,

गदहों के ढेंचू राग पर निर्णय छोड़ दिया जाए ,

तो समझो कि हम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं।

बुद्धि जीवी,जब दूरगामी परिणाम न भांप पाए , धूल लगे चश्मे से जब संत असंत नजर न आए,

 तो समझें हम विनाश की ओर बढ़ रहें।

पता नहीं लोग क्यों कहते हैं?

 हम विकास की ओर बढ़ रहें हैं।

दिनों दिन हम विनाश की ही सीढियां चढ़ रहे हैं

और लोग कहते हैं हम विकास की ओर बढ़ रहे हैं।

यदि इसे विकास कहा जाता है तो हम पिछड़े ही भले थे, 

पिछड़े होकर भी सही मार्ग पर चले थे,

चमक दमक न सही,

सुशांति थी, संतोष था,

 उस सांचे में ढले थे।

पलकों के पालने में नहीं जी , 

सभ्यता के आंचल में पले थे।


Comments

  1. Ji mam ye bilkul sahi vyakhya di hai aapne aaj ke samaj ki,kuch log sudhar jaate hai toh kuch nhi sudharte blki aur bhi bigad jaate hai...isske vistaar hetu meri un sabhi bhai bhai beheno se yeh prarthana hai ki aap jitna ho sake utna iss blog ko apne jaanne waale logo ko forward karein taki voh aur unke bacche bhi isko padh kar sudharne ka prayatn karein🙏🏻🙏🏻🙏🏻

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