हिंदी प्रश्न पत्र 11


-पूर्णांक -80 

समय 3 घंटे

 हिंदी केंद्रिक  कक्षा 11 वार्षिक प्रश्न पत्र

खंड "क"

इस प्रश्न पत्र में तीन खंड हैं सभी खंडो के निर्देश अनुसार  सुस्पष्ट लेख में उत्तर लिखिए।

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए 


प्रश्न 1*. लोकतंत्र के तीनों पायों-विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका का अपना-अपना महत्त्व है, किंतु जब प्रथम दो अपने मार्ग या उद्देश्य के प्रति शिथिल होती हैं या संविधान के दिशा-निर्देशों की अवहेलना करती हैं, तो न्यायपालिका का विशेष महत्त्व हो जाता है। न्यायपालिका ही है जो हमें आईना दिखाती है, किंतु आईना तभी उपयोगी होता है, जब उसमें दिखाई देने वाले चेहरे की विद्रूपता को सुधारने का प्रयास हो।

सर्वोच्च न्यायालय के अनेक जनहितकारी निर्णयों को कुछ लोगों ने न्यायपालिका की अतिसक्रियता माना, पर जनता को लगा कि न्यायालय सही है। राजनीतिक चश्मे से देखने पर भ्रम की स्थिति हो सकती है। प्रश्न यह है कि जब संविधान की सत्ता सर्वोपरि है, तो उसके अनुपालन में शिथिलता क्यों होती है। राजनीतिक-दलगत स्वार्थ या निजी हित आड़े आ जाता है और यही भ्रष्टाचार को जन्म देता है।

हम कसमें खाते हैं जनकल्याण की और कदम उठाते हैं आत्मकल्याण के। ऐसे तत्वों से देश को, समाज को सदा खतरा रहेगा। अतः जब कभी कोई न्यायालय ऐसे फैसले देता है, जो समाज कल्याण के हों और राजनीतिक ठेकेदारों को उनकी औकात बताते हों, तो जनता को उसमें आशा की किरण दिखाई देती है। अन्यथा तो वह अंधकार में जीने को विवश है ही।


प्रश्नः 1.(क)गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए।(1)

प्रश्नः 2.लोकतंत्र में न्यायपालिका कब विशेष महत्त्वपूर्ण हो जाती है? क्यों?(1)

प्रश्नः 3.आईना दिखाने का तात्पर्य क्या है ? और न्यायपालिका कैसे आईना दिखाती है?(1)

प्रश्नः 4.चेहरे की विद्रूपता’ से क्या तात्पर्य है और यह संकेत किनके प्रति किया गया है?(1)

प्रश्नः 5.भ्रष्टाचार का जन्म कब और कैसे होता है ?(1)

प्रश्न 1.(ख)

 शिक्षा के क्षेत्र में पुनर्विचार की आवश्यकता इतनी गहन है कि अब तक बजट, कक्षा, आकार, शिक्षक-वेतन और पाठ्यक्रम आदि के परंपरागत मतभेद आदि प्रश्नों से इतनी दूर निकल गई है कि इसको यहाँ पर विवेचित नहीं किया जा सकता। द्वितीय तरंग दूरदर्शन तंत्र की तरह (अथवा उदाहरण के लिए धूम्र भंडार उद्योग) हमारी जनशिक्षा प्रणालियाँ बड़े पैमाने पर प्रायः लुप्त हैं। बिलकुल मीडिया की तरह शिक्षा में भी कार्यक्रम विविधता के व्यापक विस्तार और नये मार्गों की बहुतायत की आवश्यकता है।

केवल आर्थिक रूप से उत्पादक भूमिकाओं के लिए ही निम्न विकल्प पद्धति की जगह उच्च विकल्प पद्धति को अपनाना होगा यदि नई थर्ड वेव सोसायटी में शिष्ट जीवन के लिए विद्यालयों में लोग तैयार किए जाते हैं। शिक्षा और नई संचार प्रणाली के छह सिद्धांतों-पारस्परिक क्रियाशीलता, गतिशीलता, परिवर्तनीयता, संयोजकता, सर्वव्यापकता और सार्वभौमिकरण के बीच बहुत ही कम संबंध खोजे गए हैं।

अब भी भविष्य की शिक्षा पद्धति और भविष्य की संचार प्रणाली के बीच संबंध की उपेक्षा करना उन शिक्षार्थियों को धोखा देना है जिनका निर्माण दोनों से होना है। सार्थक रूप से शिक्षा की प्राथमिकता अब मात्र माता-पिता, शिक्षकों एवं मुट्ठी भर शिक्षा सुधारकों के लिए ही नहीं है, बल्कि व्यापार के उस आधुनिक क्षेत्र के लिए भी प्राथमिकता में है जब से वहाँ सार्वभौम प्रतियोगिता और शिक्षा के बीच संबंध को स्वीकारने वाले नेताओं की संख्या बढ़ रही है। दूसरी प्राथमिकता कंप्यूटर वृद्धि, सूचना तकनीक और विकसित मीडिया के त्वरित सार्वभौमीकरण की है।

कोई भी राष्ट्र 21वीं सदी के इलेक्ट्रॉनिक आधारिक संरचना, एंब्रेसिंग कंप्यूटर्स, डाटा संचार और अन्य नवीन मीडिया के बिना 21वीं सदी की अर्थव्यवस्था का संचालन नहीं कर सकता। इसके लिए ऐसी जनसंख्या की आवश्यकता है जो इस सूचनात्मक आधारिक संरचना से परिचित हो, ठीक उसी प्रकार जैसे कि समय के परिवहन तंत्र और कारों, सड़कों, राजमार्गों, रेलों से सुपरिचित है।

वस्तुतः सभी के टेलीकॉम इंजीनियर अथवा कंप्यूटर विशेषज्ञ बनने की ज़रूरत नहीं है, जैसा कि सभी के कार मैकेनिक होने की आवश्यकता नहीं है, परंतु संचार प्रणाली का ज्ञान कंप्यूटर, फैक्स और विकसित दूर संचार को सम्मिलित करते हुए उसी प्रकार आसान और मुफ्त होना चाहिए जैसा कि आज परिवहन प्रणाली के साथ है। अत: विकसित अर्थव्यवस्था चाहने वाले लोगों का प्रमुख लक्ष्य होना चाहिए कि सर्वव्यापकता के नियम की क्रियाशीलता को बढ़ाया जाए-वह है, यह निश्चित करना कि गरीब अथवा अमीर सभी नागरिकों को मीडिया की व्यापक संभावित पहुँच से अवश्य परिचित कराया जाए।

अंततः यदि नई अर्थव्यवस्था का मूल ज्ञान है तब सतही बातों की अपेक्षा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का लोकतांत्रिक आदर्श सर्वोपरि राजनीतिक प्राथमिकता बन जाता है।

प्रश्नः 1.उपयुक्त शीर्षक दीजिए।(1)

प्रश्नः 2.लेख का मुख्य उद्देश्य क्या है?(1)

प्रश्नः 3.इस गद्यांश का मूल विषय क्या है?(1)

प्रश्नः 4.सर्वव्यापकता का अर्थ बताइए।(1)

प्रश्नः 5.शिक्षा की प्राथमिकता किन-किन के लिए है?(1)

प्रश्न (2-क) अपठित काव्यांश

जाग रहे हम वीर जवान,

जियो, जियो ऐ हिंदुस्तान!

हम प्रभात की नई किरण हैं, हम दिन के आलोक नवल,

हम नवीन भारत के सैनिक, धीर, वीर, गंभीर, अचल।

हम प्रहरी ऊँचे हिमाद्रि के, सुरभि स्वर्ग की लेते हैं,

हम हैं शांति-दूत धरणी के, छाँह सभी को देते हैं।

वीरप्रसू माँ की आँखों के, हम नवीन उजियाले हैं,

गंगा, यमुना, हिंद महासागर के हम ही रखवाले हैं।

तन, मन, धन, तुम पर कुर्बान,

जियो, जियो ऐ हिंदुस्तान!

हम सपूत उनके, जो नर थे, अनल और मधु के मिश्रण,

जिनमें नर का तेज प्रखर था, भीतर था नारी का मन।

एक नयन संजीवन जिनका, एक नयन था हालाहल,

जितना कठिन खड्ग था कर में, उतना ही अंतर कोमल।

थर-थर तीनों लोक काँपते थे जिनकी ललकारों पर,

स्वर्ग नाचता था रण में जिनकी पवित्र तलवारों पर।

हम उन वीरों की संतान.

जियो, जियो ऐ हिंदुस्तान!(5)

प्रश्नः

(क) ‘नवीन भारत’ से क्या तात्पर्य है?

(ख) उस पंक्ति को उद्धृत कीजिए जिसका आशय है कि भारतीय बाहर से चाहे कठोर दिखाई पड़ें, उनका हृदय कोमल होता है।

(ग) ‘हम उन वीरों की संतान’-उन पूर्वज वीरों की कुछ विशेषताएँ लिखिए।

(घ) ‘वीरप्रसू माँ’ किसे कहा गया है? क्यों?

(ङ) काव्यांश का केंद्रीय भाव संक्षेप में लिखिए।

प्रश्न 2-(ख) अपठित पद्यांश

पैदा करती कलम विचारों के जलते अंगारे,

और प्रज्ज्वलित प्राण देश क्या कभी मरेगा मारे?

लहू गर्म करने को रक्खो मन में ज्वलित विचार,

हिंसक जीव से बचने को चाहिए किंतु तलवार।

एक भेद है और जहाँ निर्भय होते नर-नारी

कलम उगलती आग, जहाँ अक्षर बनते चिंगारी

जहाँ मनुष्यों के भीतर हरदम जलते हैं शोले,

बातों में बिजली होती, होते दिमाग में गोले।

जहाँ लोग पालते लहू में हालाहल की धार

क्या चिंता यदि वहाँ हाथ में हुई नहीं तलवार?(5)

प्रश्नः

(क) ‘कलम’ किस बात की प्रतीक है?

(ख) तलवार की आवश्यकता कहाँ पड़ती है?

(ग) लहू को गरम करने से कवि का क्या आशय है ?

(घ) कैसे व्यक्ति को तलवार की आवश्यकता नहीं होती?

(ङ) तलवार कब अपरिहार्य हो जाती है।

खंड -(ख) आरोह और विज्ञान  से 

प्रश्न 3. निम्नलिखित प्रश्नों के सटीक उत्तरलिखिए-

1. राजस्थान में कुंई किसे कहते हैं? इसकी गहराई और व्यास तथा सामान्य कुओं की गहराई और व्यास में क्या अंतर होता है?,(2)

2. निजी होते हुए भी सार्वजनिक क्षेत्र में कुंइयो पर ग्राम समाज का अंकुश लगा रहता है। लेखक ने ऐसा क्यों कहा होगा?(2)

3. कर्जन को इस्तीफ़ा क्यों देना पड़ गया?(2)

.4. बिचारिये तो, क्या शान आपकी इस देश में थी और अब क्या हो गई! कितने ऊँचे होकर आप कितने नीचे गिरे!- आशय स्पष्ट कीजिए|(2)

प्रश्न 5 – पथेर पांचाली फिल्म की शूटिंग का काम ढाई साल तक क्यों चला?(2)

प्रश्न 6- पाठ घर की याद के आधार पर कविके पिता के व्यक्तित्व की विशेषताएं बताएं(2)

प्रश्न 7.– किन दो दृश्यों में दर्शक यह पहचान नहीं पाते कि उनकी शूटिंग में कोई तरकीब अपनाई गई है(2)

प्रश्न 4 पाठ्य पुस्तक आधारित गद्यांश एवं पद्यांश-

 निम्नलिखित गद्यांश और पद्यांशों को पढ़कर प्रश्नों के उचित उत्तर लिखें-

काव्यांश (क.)मे

रे तो गिरिधर गोपाल, दूसरों न कोई

जा के सिर मोर-मुकुट, मेरो पति सोई

छाँड़ि दयी कुल की कानि, कहा करिहैं कोई?

संतन द्विग बैठि-बेठि, लोक-लाज खोयी

असुवन जल सींचि-सींचि, प्रेम-बलि बोयी

अब त बेलि फॅलि गायी, आणंद-फल होयी

दूध की मथनियाँ बड़े प्रेम से विलायी

दधि मथि घृत काढ़ि लियों, डारि दयी छोयी

भगत देखि राजी हुयी, जगत देखि रोयी

दासि मीरां लाल गिरधर! तारो अब मोही।।

(क).मीरा किसकी अनन्य उपासिका हैं ?(1)

(ख) मीरा ने प्रेम रूपी बेल किससे सींची है?(1)

(ग) भक्ति और प्रेम की बेल फैल जाने पर मीरा को कौन सा फल प्राप्त हुआ?(1)

(घ)प्रस्तुत पद की भाषा बताएं।(1)

(ड) मीरा किसको देखकर प्रसन्न होती है?और किसको देखकर उदास?(1)–


काव्यांश4.(ख)

चंपा सुंदर की लड़की है

सुंदर ग्वाला है: गाएँ-भैंसे रखता है

चंपा चौपायों को लकर

चरवाही करने जाती है

चंपा अच्छी हैं

चंचल हैं

नटखट भी है

कभी-कभी ऊधम करती हैं

कभी-कभी वह कलम चुरा देती है

जैसे तैसे उसे ढूँढ़ कर जब लाता हूँ

पाता हूँ-अब कागज गायब

परेशान फिर हो जाता हूँ।

क.लेखक किस बात से परेशान हो उठता है?(1)

ख.चरवाही का क्या अर्थ है?(1)

ग.चंपा के स्वभाव की क्या विशेषता है?(1)

घ.चंपा लेखक की कलम क्यों छुपा देती है?(1)

ड.कवि और कविता का नाम बताएं।(1)

गद्यांश - 5.(क)

एक बार मोहन उस उफनाई नदी को पार करने में डूबते -डूबते बड़ी मुश्किल से बच कर घर पहुँचा। एक बार उनकी ही बिरादरी का एक संपन्न परिवार से ताल्लुक रखने वाला युवक रमेश लखनऊ से छुट्टियों में गांव आया। रमेश जब मोहन के पिता से मिला तो मोहन के पिता ने अपने बेटे की पढ़ाई के संबंध में उससे अपनी चिंता प्रकट की। रमेश ने सहानुभूति जताते हुए उन्हें सुझाव दिया कि वो आगे की पढाई के लिए मोहन को उसके साथ लखनऊ भेज दें। ताकि वह वहां रहकर अच्छे से अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। हालाँकि मोहन लखनऊ जाकर पढ़ाई नहीं करना चाहता था लेकिन पिता की मर्जी के आगे उसे झुकना पड़ा और वह रमेश के साथ लखनऊ चला गया। बस यही से मोहन का जीवन बदल गया। लखनऊ में रमेश व उसके परिवार वालों के लिए वह एक मामूली धरेलू नौकर से ज्यादा कुछ नही था। घर के सारे काम-काज करना अब उसकी ही जिम्मेदारी बन गयी थी। इसके अलावा आस-पड़ोस की महिलाएं जिन्हें वह चाची और भाभी कह कर पुकारता था। वो भी अक्सर उससे ही अपना काम कराती थी। इन सब कामों के बाद मोहन के पास पढ़ाई के लिए समय ही नहीं बचता था। गांव का यह मेधावी छात्र शहर जाकर एक मामूली घरेलू नौकर का जीवन जीने लगा।

(क)उपरोक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम बताएं।(2)

(ख) मेधावी होते हुए भी मोहन पढ़ाई क्यों न कर सका?(2)

(ग)मेधावीका अर्थ लिखिए।(1)


गद्यांश 5.(ख)

एक शाम वंशीधर के पिता आंगन में बैठे राम नाम का जाप कर रहे थे। तभी वहां पंडित अलोपीदीन पहुंच गए। वंशीधर के पिता ने पंडित अलोपीदीन को देखा और उनका स्वागत किया और उनसे चापलूसी भरी बातें करने लगे और साथ में उन्होंने अपने बेटे को भी जमकर कोसना शुरू कर दिया। लेकिन जब पंडित अलोपीदीन ने उन्हें बताया कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसे कई अमीरों व उच्च अधिकारियों को देखा है जिन्हें आसानी से पैसे से खरीदा जा सकता हैं। मगर अपने कर्तव्य को इतनी ईमानदारी व सच्चाई के साथ निभाने वाले व्यक्ति को उन्होंने अपने जीवन में पहली बार देखा। जिसने अपने कर्तव्य व धर्म को धन से बड़ा माना।

(क)उपरोक्त गद्यांश किस पाठ का अंश है ?(1)

(ख) अलोपीदीन ने अपने जीवन में प्रथम बार ऐसा क्या देखा जिसे देखकर वे आश्चर्यचकित थे?(2)

(ग) किसने किससे चापलूसी भरी बातें की? और क्यों?(2)


(खंड -ग)

 6.निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर पत्र लिखए-(5)

 शहर में फैल रहे मलेरिया की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्यअधिकारी को संज्ञान पत्र।

अथवा

 अपने घर के बिजली मीटर में गड़बड़ी की शिकायत करते हुए अपने क्षेत्र के विद्युतविभाग अधिकारी ( जे ई) को निवेदन पत्र।

7.निम्नलिखित में से चार अवसरों की डायरी लिखिए – (8)

(क) आज आपने पहली बार नाटक में भाग लिया।

(ख) प्रिय मित्र से झगड़ा हो गया।

(ग) परीक्षा में आपको सर्वोत्तम अंक मिले हैं।

(घ) परीक्षा में आप अनुत्तीर्ण हो गए हैं।

(ङ) सड़क पर रोता हुआ 10 वर्षीय बच्चा मिला।

(च) कोई ऐसा दिन जिसकी आप डायरी लिखना चाहते हैं।

प्रश्न*8.पटकथा लेखन किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाएं (5)

 प्रश्न 9*विद्या मंदिर में रिक्त हिंदी स्नातकोत्तर पद हेतु स्ववृत्त प्रस्तुत कीजिए।(5)

प्रश्न 10-, वर्तमान में कुंभ मे घटी घटना का  जिम्मेदार कौन विषय पर 200शब्द़ का रचनात्मक लेखन लिखे।(3)

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