महान अकबर का हमाम और फतहपुर सीकरी की निरुत्तर यात्रा
इतिहास की किताबों में महान लोगों की सूची में तीन लोगों का नाम हम पढते आये।
1.सिकंदर महान।
2.अशोका महान।
3.अकबर महान।
सिकंदर तो विदेशी था , जो अपनी साम्राज्य वादी सोच को लेकर लूट लाट कर चला गया वापस और पछताया अपने अंतिम दिनों में।
अगले क्रम में अशोक। जिसके मिट गये निंशान या मिटा दिये गये आक्रमणकारियों ने।रह गयी हैं कुछ लाटें और स्तंभ निशानों के रूप में।
बचा अकबर ।।जिसका इतिहास उसने खुद लिखवाया,और आज भी बहुत सी इमारतें कह रहीं हैं कुछ पढा कुछ अन पढा इतिहास ।
इतिहास मेरे अध्य्यन का विषय नहीं रहा पर वृत्ति जरूर रही है खोजबीन की।
तो निकल पड़े हम दो परिवार ,फतहपुर सीकरी का दीदार करने।विशाल किले बंदी की परिसर को बारीकी से समझने की कोशिश कर रही थी। विलासिता पूर्ण वैभवशाली इतिहास को समझने में खोई थी कि सखी की 8.वर्षीय बेटी ने ऐसे प्रश्न पूछे कि मुझे झकझोर दिया भीतर तक ।उसके भोले सरल सहज प्रश्नों के सटीक उत्तर मेरे पास न थे ।जिनका जबाव में खोज नहीं पा रही।
यदि आप सभी पाठक इन प्रश्नों के उत्तर खोजने में मेरा सहयोग करें तो बड़ी कृपा हो।
प्रश्न- 1. क्या अकबर बहुत लम्बे चौड़े शरीर वाला था जो उसने इतना लम्बा चौड़ा मजबूत बैड बनबाया ख्वाबगाह में।
उत्तर - हां, हो सकता है?
2.यदि वह इतना लम्बा चौड़ा मोटा था तो उसने इसे ऊचाई पर क्यों बनवाया? चढता कैसे होगा वहां?
उत्तर- सीडी लगाकर या सैनिकों की मदत से।
3.उसने ये ख्वाब गाह अलग क्यों बनबाया ?
उत्तर-आराम के लिए
4.वो अपने महल में या घर में क्यों नहीं सोता था?
हम सब तो एक साथ ही रहते हैं, वो अलग क्यों रहता था?
उत्तर-एकांत के लिए , बादशाह था न।
5.वह अकेला एकांत में आराम करना चाहता था तो इतना बड़ बैड बनाने की क्या जरूरत थी? इस पर तो चार पांच लोग एक साथ सो सकते हैं।
6.निरुत्तर
4.वह जोधा के साथ क्यों नहीं रहता था महल में? हम सब तो साथ साथ रहते हैं।
उत्तर- उसकी बहुत सी रानियां थी ,जोधा अकेली नहीं थी?
5.छि इतना गंदा था वह ?इतनी शादी कीं उसने?
उत्तर --हूं
6.पर सीरियल में तो वह हमेशा जोधा के साथ ही रहता है?
उत्तर-जोधा के साथ ही रहता लम्बे समय तक तो सालों साल युद्ध कैसे लडता? पगली सीरियल तो कुछ भी दिखाते हैं। आगे चलो वो देखो ये हमाम है उसका।
7.मतलब?
उत्तर- बाथटब। नहाने का प्राइवेट तालाब।
8.इतना बड़ा?
9..हमाम के जस्ट सामने ही क्यों बनबाया इसने ख्वावगाह?जबकि इसके पास तो इतनी सारी जगह है?
उत्तर- पता नहीं, नहाकर सोता होगा ।
10.तो अलग भी तो बनबा सकता था ? बिल्कुल सामने क्यों?
उत्तर- पता नहीं , उसकी मर्जी।
11.इतना बडा तालाब बनाया इसने !अकेला इतने बड़े बाथ टब में नहाता था? कितना पानी बर्बाद करता था? तब समर तो थी नहीं बेचारे नौकरों की जान निकल जाती होगी सफाई में और पानी भरने में।
उत्तर- हूं। सैंट इत्र आदि से बहुत सी दासियां नहलवाती थी उसे यहां, इसलिए इतना बडा बाथटब।
12.दासियां मतवब लेडीज?ईऊ उसे शरम नहीं आती थी ?
उत्तर-(दबी जुबान में जैसे एक गाली प्रस्फुटित हुई,पर मर्यादा ने रोक लिया)
-बात बदलते हुए -आगे बढो प्रज्ञा!, वो देखो , यहां पर मदरसा था।
13.मदरसा मतलब?
उत्तर-.लडकियों का स्कूल।
14.कौन से कौन से सब्जैक्ट पढाते थे यहां?
उत्तर--उर्दू फारसी, कुरान वगैरह।
15.साइंस मैथ नहीं ।
उत्तर- पता नहीं कुछ कुछ पढाते होंगे।
16.कुरान क्यों पढाते थे ये ?ये तो कोई सब्जैक्ट नहीं?
उत्तर-धर्मग्रंथ है न इनका।
17.फिर हमारे स्कूल में हमारे धर्मग्रंथों को क्यों नहीं पढाते?
उत्तर-चुप्पी।
18.कौन कौन पढाता था?
उत्तर-अकबर के गुरु खानसाब की बीबी तुर्की सुल्ताना बेगम लिखा तो है
19.सीरियल में तो वो अकबर की बेगम थी वो ही है क्या?
उत्तर-शायद।
20.हैै!!, गुरु की बीबी आकबर की बीबी!!
उत्तर- हूं।
21.यहां लड़कियां ही क्यों पढ़ती थी लडके क्यों नहीं?
उत्तर- यहां जनाना खाना लिखा है न, मतलब लेडीज ही रहतीं थीं इधर।
22.इसने हमाम के सामने लड़कियों का स्कूल ,आईमीन, मदरसा क्यों बनबाया? उस तरफ ख्वाब गाह,इसतरफ मदरसा , बड़ अजीब था ग्रेट अकबर। लड़कियां पढती कहा होंगी? डिस्टर्ब होती होंगी।
उत्तर --हूं ।।यही कह सकी में पर इस प्रश्न पर जैसे हजारों सांप रैंग गये हों शरीर पर ।हजारों प्रश्न आशंकाओं से भर उठा मन।
23.उसे लड़कियों के सामने ऐसे खुले में नहाने में अजीब नहीं लगता था? हमारे पापा तो बिना तौलिया या कपडे पहने बिना बाथरूम से बाहर भी नहीं आते?
उत्तर- अब चलो भी तुम्हे फिर समझाऊंगी , मैं झल्ला उठी । पता नहीं ये झल्लाहट संकोच की थी या निरुत्तर होने की। बस यही कहा । दासियां थी न उसके पास तौलिया वौलिया के लिए।
24.दासियों से !हौ!! हमारे पापा तो मम्मी को बहु डांटते है कि गुड़िया से तौलिया के लिए क्यों कहा? पहले क्यों नहीं रखी बाथरूम में तौलिया।
उत्तर-अब मैं निरुत्तर थी कि क्या बताऊं महान अकबर के विषय में। पूरे रास्तेभर उसने अनेक प्रश्न पूछे।और मैंने कहा पढकर बताऊंगी।
उसके ये प्रश्न गूंज रहे हैं आज भी कानों में ।उसकी मां से फोन पर बात होती है तो थोड़ी कतराती हूं ,उससे बाते करने में कि कहीं तोता रट फिर न शुरू हो जाये। और मैं----------
फहतपुर सीकरी में फोटोज़ कम ही लिए, बहुत सी वीडियो भी बनाईं थी शैक्षिक उद्देश्य से, परंतु अभी तक अपलोड नहीं की। क्यों कि अभी भी उन प्रश्नों से निरुत्तर हूं।
सरला भारद्वाज
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