सतर्क सचेत और सावधान ! अपना और अपनों का विशेष रखें ध्यान!
पूरा पढे !कोटा के मरीज की चौंकाने वाली रिपोर्ट आपको डराने के लिए नहीं सचेत करने वाली है।
आपको यदि सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, साँस लेने में तकलीफ, जोड़ों में दर्द, अत्यधिक थकावट, मांसपेशियों में अकड़न इत्यादि लक्षण आते हैं, तो आप तुरंत कोविड की जांच कराइए।
जब तक आपकी रिपोर्ट नहीं आती है तब तक अपने आपको कोविड पाजिटिव मानकर निम्नलिखित बातों का पालन शुरु कर दें।
1- खुद को आइसोलेट कर लें।
2- तरल पदार्थ जैसे सूप, जूस, काढ़ा, चाय, काफी, गुनगुना पानी, गर्म दूध आदि कम से कम 4 लीटर लेने का प्रयास करें।
3- पूर्ण रूप से आराम करें और अच्छी नींद लें।
4- अपने आप को फिल्म, शार्ट फिल्म, किताब, गाना, कहानी, कविता, क्रिकेट आदि के माध्यम से व्यस्त रखें। दोस्तों से बातें करें।
5- स्नान भी गुनगुने पानी से ही करें।
6- सुबह शाम भाप की सांस लें और नमक पानी गुनगुना करके गलारा करें।
7- ठन्डे वस्तुओं से परहेज़ करें।
8- पल्स आक्सीमीटर से आक्सीजन नापते रहें 94-92 के नीचे सैचुरेसन आने पर तुरंत हेल्पलाईन पर फोन करें।
9- आक्सीमीटर न मिल पाने के स्थिति में अपने सांस को 14-18 सेकेंड के लिये रोक कर अपने को चेक करें।
10- नकारात्मक बातों और घटनाओ से दूर रहें।
मेडिकल स्टोर पर सम्पर्क करके निम्नलिखित दवाओ को शुरु कर दें।
1- पैरासिटामोल 650mg सुबह दोपहर रात
2- एज़िथ्रोमाइसिन 500mg रोज़ दिन में एक बार
3- डाक्सी 100 mg सुबह शाम
4- आइवरमेक्टीन 12 mg तीन दिन तक रोज़ एक गोली फिर सप्ताह में एक बार
5- विटामिन सी (Limcee/ Vitcee) 500 mg सुबह शाम चूसना है।
6- विटामिन D3 60K सप्ताह में एक बार
7- मोन्टेमैक-एल या मोन्टेयर एलसी एक सुबह एक शाम
8- एवियान एल सी एक सुबह एक शाम
9- ज़िन्कोवीट एक रोज़
इतना करिये जब तक 3-4 दिन में रीपोर्ट आयेगा हो सकता आपकी तीन चौथाई बीमारी समाप्त हो चुकी होगी।
डॉ भूपेन्द्र सिंह
हिमैटोलाजिस्ट
चंदन हास्पिटल, लखनऊ
चौंकानेवाली घटना
ये डराने के लिए नहीं सचेत करने के लिए है।
कोरोना का खतरनाक रूप: राजस्थान के कोटा में 24 घंटे में 32 साल की महिला के दोनों लंग्स खराब, डॉक्टर बोले- इतनी तेजी से तो चूहे भी नहीं कुतरते
कोटा के केस को देख रहे डॉक्टर का कहना है कि यह सामान्य स्ट्रेन नहीं हो सकता। सभी को समझ लेना चाहिए कि सेकंड वेव में वायरस बहुत कम समय दे रहा है।
काेराेना की दूसरी लहर में एक बात सभी समझ लें कि अब वायरस समय नहीं दे रहा। राजस्थान के काेटा शहर के सीनियर चेस्ट फिजिशियन डाॅ. के के डंग ने भास्कर के आशीष जैन को बताया कि कोटा में 24 घंटे में 32 साल की एक महिला के दोनों लंग्स खराब हो गए। डॉ. डंग ने कहा, 'महिला मेरे परिचित की पत्नी हैं। 9 अप्रैल काे उन्हें घबराहट हुई। न बुखार था, न खांसी-जुकाम। बीपी, ऑक्सीजन लेवल नाॅर्मल था। एहतियातन एक्सरे कराया, जो पूरी तरह नाॅर्मल था। दाे दिन वे आराम से थीं। 12 अप्रैल की रात उन्हें घबराहट हुई और 13 काे खड़ी भी नहीं रह पा रही थीं। सांस लेने में दिक्कत हुई। ऑक्सीजन लेवल 94 था।
बुखार-जुकाम भी नहीं था। मैंने दाेबारा एक्सरे कराया ताे मेरी आंखें फटी रह गईं। दाेनाें लंग्स में अच्छे-खासे पैचेज थे। सीटी स्कैन कराया। दाेनाें लंग्स में बाइलेट्रल निमाेनिया मिला, जो 80% से ज्यादा लंग्स में फैल गया। कुछ घंटाें में ऑक्सीजन लेवल 76 पर आ गया। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि काेई युवा महिला, जिसे काेई बीमारी नहीं, इतनी जल्दी डेटाेरियट कैसे हाे सकती है?
आप यूं समझें कि एक रात में ताे चूहा भी किसी लकड़ी काे इतना नहीं कुतर सकता, जितना वायरस ने रातभर में उनके लंग्स कुतर डाले। अगले दिन सुबह मुझसे रहा नहीं गया और मुझे लगा कि इस केस में किसी दूसरे डाॅक्टर से भी डिस्कस करना चाहिए। मुझे ऐसा भी डाउट लग रहा था कि यह काेविड ही है या काेई और बीमारी। मैंने इंदाैर में डाॅ. रवि डाेसी काे काॅल किया और उन्हें सारी रिपाेर्ट्स भेजीं।
डाॅ. डाेसी काेविड के मामले में बड़ा नाम है और उनके पास हजाराें काेविड मरीजाें का इलाज करने का अनुभव है। वे खुद देखकर हैरान थे, उन्हाेंने साफ किया कि यह काेविड ही है। यह सामान्य स्ट्रेन नहीं हाे सकता, जाे अब तक हम देख रहे हैं। उन्हाेंने भी राेगी काे टाॅसिलिजुमैब इंजेक्शन लगाने की सलाह दी। अभी महिला का ट्रीटमेंट चल रहा है, उम्मीद करते हैं कि उनकी स्थिति में सुधार हाेगा। लेकिन एक बात सभी काे समझ लेनी चाहिए कि सेकंड वेव में यह वायरस बहुत कम समय दे रहा है। मैं इस केस काे और इन्वेस्टिगेट कर रहा हूं।
दैनिक भास्कर, जयपुर, 16/04/2021 से साभार।
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