विश्व महिला दिवस पर,,नारी हूं मैं।

 विश्व महिला दिवस पर विशेष

🙏🙏🙏 शुभकामनाएं,

नारी हूं मैं! हां नारी मैं!

हर रूप में रहती भारी मैं!

ममता हूं बस समता चाहूं,

उत्थान हेतु अवतारी मैं!

मैं मैं का भाव न भाता है,

कुछ सोये मनुज जगाती मैं!

बस गीत त्याग के गाती मैं!

जीवन का अलख जगाती मैं!

उत्थान हेतु अवतारी मैं!


हरियाली की क्यारी हूं मैं!

सहृदय कहें प्यारी हूं मैं!

अनुसुइया भी सीता भी मैं!

तप तेज भरी दृष्टि हूं मैं!

जग जीवन की सृष्टि हूं मैं!

उत्थान हेतु अवतारी मैं!

नारी हूं मैं!


जब आन पुकारे राज धर्म!

बन जाती जीजा पन्ना मैं!

अड़ जाती हूं यम के सम्मुख!

बन जाती हूं सावित्री मैं!

आये जो आंच अस्मिता पै

बन जाती हूं ज्वाला भी मैं!

दामिनी भी हूं अतिवृष्टि मैं!

उत्थान हेतु अवतारी मैं!

नारी हूं मैं!


लोपा मुद्रा घोषा हूं मैं,

गार्गी भी हूं, कौशल्या भी,

मैं बृजरानी राधा भी हूं!

पर हूं मदांध की ब्याधा भी।

चित्रा हूं काली दुर्गा मैं!

चेनम्मा लक्ष्मीबाई भी।

कल्पित सपने को सच करती,

उन्मुक्त उड़ान नभ में भरती,

खुश भी हूं मैं , संतुष्ट हूं मैं!

हर रचना में समिष्ट हूं मैं!

उत्थान हेतु अवतारी मैं!

नारी हूं मैं!

सरला भारद्वाज

८/३/२१सायं ५:२०





Comments

  1. आपको महिला दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं

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