बहुत कठिन है
काजल से कालिमा, खून से लालिमां ,दूर करना जितना कठिन है ।
उतना ही कठिन है तुम्हें जिंदगी से दूर करना ।
सागर से लहरें ,पानी से तरलता ,दूर करना जितना कठिन है ।
उतना ही कठिन है दिल से तेरे एहसासों को दूर करना ।
सांसो से जिंदगी ,एहसासों से बंदगी ,दूर करना जितना कठिन है ।जहन से तेरे ख्याल दूर करना उतना कठिन है ।
गमों से उदासी ,खुशियों से चहचहाहट, दूर करना जितना कठिन है।आंखों से तेरा चेहरा हटाना उतना कठिन है।
आसमा से नीलिमा पेड़ों से हरीतिमा हटाना, जितना कठिन है ।
भावों और विचारों से हटाना तुझे इतना कठिन है।
कृति-
(सरला भारद्वाज)
15-10-16
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