भाषा लिपि व्याकरण 6,7,8, कक्षा के लिए
भाषा
प्रश्न1.
भाषा किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार की होती है विभिन्न रूपों का वर्णन करें।
उत्तर
एक दूसरे के भावों और विचारों को प्रकट करने का माध्यम या साधन भाषा कहलाता है अर्थात एक दूसरे की बातों को समझने और समझाने का माध्यम भाषा कहलाती है।
भाषा के तीन प्रकार हैं।
1 .मौखिक भाषा।
2.लिखित भाषा ।
3.सांकेतिक भाषा।
भाषा किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार की होती है विभिन्न रूपों का वर्णन करें।
उत्तर
एक दूसरे के भावों और विचारों को प्रकट करने का माध्यम या साधन भाषा कहलाता है अर्थात एक दूसरे की बातों को समझने और समझाने का माध्यम भाषा कहलाती है।
भाषा के तीन प्रकार हैं।
1 .मौखिक भाषा।
2.लिखित भाषा ।
3.सांकेतिक भाषा।
**मौखिक भाषा
अपने भावों और विचारों को बोलकर प्रकट करना, सुनकर समझना मौखिक भाषा के अंतर्गत आता है।
उदाहरण के लिए एक दूसरे से बात करना। फोन पर बात करना ।टीवी पर समाचार सुनना यह सब मौखिक भाषा के रूप हैं।
**लिखित भाषा
जब विचारों को लिखकर और पढ़ कर समझाया और समझा जाता है यानी लिखित रूप से विचारों का आदान प्रदान लिखित भाषा के अंतर्गत आता है जैसे कहानी कविता पत्र आज पढ़ना और लिखना।
**सांकेतिक भाषा
अपने भावों या विचारों का संकेत रूप में आदान-प्रदान करना सांकेतिक भाषा कहलाती है। इस भाषा का प्रयोग अधिकतर मुक बधिरों के लिए किया जाता है सामान्य रूप में कुछ संकेत सामान्य लोगों के लिए किए जाते हैं ।अर्थात इशारे या संकेत के रूप में बात करना सांकेतिक भाषा कहलाती है।
प्रश्न2.राजभाषा किसे कहते हैं?
उत्तर
राजकाज के काम में प्रयोग आने वाली भाषा अर्थात सरकारी दफ्तरों में अनिवार्य रूप से प्रयोग की जाने वाली भाषा राजभाषा कहलाती है भारत की राजभाषा हिंदी है।
प्रश्न 3
राष्ट्रभाषा का अर्थ स्पष्ट करें तथा राष्ट्रभाषा और राजभाषा में अंतर भी स्पष्ट करें ।
उत्तर
किसी भी देश के 70 से 75% जन समुदाय द्वारा बोली जाने वाली संस्कारित भाषा जिसे लोगों ने मन से स्वीकार किया हो तथा जिसे देश के संविधान द्वारा लिखित रूप में स्वीकृति प्रदान की गई हो ऐसी भाषा राष्ट्रभाषा कहलाती है। भारत की हिंदी ही ऐसी भाषा है जो राष्ट्र भाषा होने की उत्तराधिकारी है ,परंतु दुर्भाग्य है की संविधान में घोषित होने के बाद भी यह आज तक राष्ट्रभाषा के सिंहासन पर विराजमान नहीं हो पाई है ।विभिन्न भाषाई विवादों के कारण आज भी यह राजतिलक के लिए प्रतीक्षारत है। जब की संविधान में घोषित किया गया था कि अगले 10 वर्षों के बाद भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी होगी परंतु यह दुर्भाग्य का विषय है की आजादी के 70 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी यह 10 वर्ष का समय लगातार बढ़ाया जाता रहा है, और हिंदी अपने सही स्थान पर विराजमान नहीं हो पाई है।
राजभाषा और राष्ट्रभाषा में अंतर
राजभाषा राज्य के कामकाज की भाषा होती है विभिन्न दफ्तरों और सरकारी कार्यालयों में स्वीकृत भाषा में काम किया जाता है और राजभाषा होती है जबकि राष्ट्रभाषा किसी भी देश द्वारा स्वीकृत सम्मानित भाषा होती है। भारत की राजभाषा हिंदी है।
मातृभाषा
अपने माता-पिता और आस पड़ोस से सीखी हुई भाषा मूल रूप से मातृभाषा का अर्थ है मां की भाषा बालक मां से जिस भाषा को सीखता है वह मात्र भाषा कहलाती है भारत की मातृभाषा हिंदी है तथा अन्य प्रदेशों में अपनी अपनी अन्य भाषाएं तथा
प्रश्न
प्रश्न 4.भाषा और बोली में अंतर बताएं?
उत्तर
भाषा का क्षेत्र विस्तृत होता है तथा बोली का क्षेत्र सीमित होता है बोली एक सीमित भूभाग में बोली जाती है जबकि भाषा असीमित क्षेत्र में बोली जाती है हिंदी भाषा की अनेक बोलियां हैं इससे यह समझा जा सकता है की एक भाषा की अनेक बोलियां हो सकती हैं परंतु एक बोली कि हो सकती हैं परंतु एक बोली कि एक ही भाषा होती है जैसे हिंदी की अनेक बोलियां हैं ब्रज बुंदेलखंडी अवधि कुमाऊनी आदि जब-जब की इन भाषाओं की एक इन बोलियों की एक ही भाषा है हिंदी।
प्रश्न 5.
लिपि किसे कहते हैं,?
उत्तर
ध्वनियों के लिखित रूप को लिपि कहते हैं। हर एक भाषा की अपने अक्षर होते हैं ध्वनियों के अपने चिन्ह होते हैं वे लिपि कहलाते हैं ।जैसे हिंदी भाषा की वर्णमाला में जो अक्षर हैं वह हिंदी भाषा के की लिपि है। हिंदी भाषा की लिपिदेवनागरी हैं।
प्रश्न6.
व्याकरण किसे कहते हैं?
उत्तर
किसी भी भाषा को सही ढंग से लिखना पढ़ना और बोलने का ज्ञान कराने वाले शास्त्र को व्याकरण कहते हैं।
प्रश्न7.
वर्णमाला किसे कहते हैं?
उत्तर
ध्वनियों के लिखित क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते हैं। अर्थात अक्षरों की व्यवस्थित माला वर्णमाला कहलाती है।
प्रश्न8
हमारी वर्णमाला में कितने अक्षर हैं तथा उन्हें किन किन भागों में विभक्त किया गया है?
उत्तर
हमारी वर्णमाला में 52 अक्षर हैं जिनका क्रमवार विवरण जिनका क्रमबद्ध विवरण निम्न प्रकार है वर्णमाला को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है स्वर और व्यंजन आइए उनका अध्ययन करते हैं।
स्वर
ऐसी ध्वनियां जो स्वतंत्र रूप से बोली और लिखी जाती हैं जिनके बोलने में किसी अन्य अक्षर की सहायता नहीं लेनी पड़ती स्वर कहलाते हैं। हमारी वर्णमाला में मुख्य रूप से निम्नलिखित स्वर हैं_
स्वर आ इ ई उ ऊ ए ऐ ऋ ओ औे
अयोग वाह वर्ण -अं अ:।
जिन स्वरों के उच्चारण में एक मात्रा का समय लगे वे ह्रस्व सवर है।
जिन स्वरों उच्चारण में दो गुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं।
ह्रस्व स्वर-अ इ उ ऋ
दीर्घ स्वर -आ ई ऊ ए ऐ ओ औ
प्लुत स्वर -ॐ
व्यंजन
मुख से उच्चारित ऐसी धनिया जो स्वतंत्र रूप से ना बोली जा सकती है ना देखी जा सकती हैं वह व्यंजन कहलाते हैं इन ध्वनियों के उच्चारण और लेखन में स्वरों की सहायता लेनी पड़ती है ।
हमारी वर्णमाला में निम्नलिखित व्यंजन है-
स्पर्श वर्ण=
क वर्ग =-क ख ग घ ड.
च वर्ग=च छ ज झ ़़ञ
ट वर्ग =ट ठ ड ढ ण
त वर्ग=त थ द ध न
प वर्ग=प फ ब भ म(25 वर्ण; च वर्ग का एक अक्षर बन नहीं सका कीबोर्ड में नहीं)
अं तस्थ वर्ण-
य र ल व
ऊष्म वर्ण-
श ष स ह
संयुक्त वर्ण
क्ष त्र ज्ञ ड़ ढ़ श्र। (कुल 52)
विशेष_
जिन अक्षरों के उच्चारण में ऊष्मा पैदा होती है या गर्म हवा निकलती है ऊष्म वर्ण कहलाते हैं तथा जो अक्षर एक से अधिक व्यंजनों के द्वारा बनाए गए हैं संयुक्त करके बनाए गए हैं वह संयुक्त अक्षर कहलाते हैं।
उच्चारण स्थान स्थान का अर्थ है वर्णों या अक्षरों को बोलने में मुख से जो विशेष प्रयास करना पड़ता है तथा मुख के जिस स्थान का उपयोग होता है उसे उच्चारण स्थान कहते हैं वर्णमाला में वर्णित वर्णों के विन विन उच्चारण स्थान है जिनका विवरण निम्न प्रकार है
व्यंजन
मुख से उच्चारित ऐसी धनिया जो स्वतंत्र रूप से ना बोली जा सकती है ना देखी जा सकती हैं वह व्यंजन कहलाते हैं इन ध्वनियों के उच्चारण और लेखन में स्वरों की सहायता लेनी पड़ती है ।
हमारी वर्णमाला में निम्नलिखित व्यंजन है-
स्पर्श वर्ण=
क वर्ग =-क ख ग घ ड.
च वर्ग=च छ ज झ ़़ञ
ट वर्ग =ट ठ ड ढ ण
त वर्ग=त थ द ध न
प वर्ग=प फ ब भ म(25 वर्ण; च वर्ग का एक अक्षर बन नहीं सका कीबोर्ड में नहीं)
अं तस्थ वर्ण-
य र ल व
ऊष्म वर्ण-
श ष स ह
संयुक्त वर्ण
क्ष त्र ज्ञ ड़ ढ़ श्र। (कुल 52)
विशेष_
जिन अक्षरों के उच्चारण में ऊष्मा पैदा होती है या गर्म हवा निकलती है ऊष्म वर्ण कहलाते हैं तथा जो अक्षर एक से अधिक व्यंजनों के द्वारा बनाए गए हैं संयुक्त करके बनाए गए हैं वह संयुक्त अक्षर कहलाते हैं।
उच्चारण स्थान स्थान का अर्थ है वर्णों या अक्षरों को बोलने में मुख से जो विशेष प्रयास करना पड़ता है तथा मुख के जिस स्थान का उपयोग होता है उसे उच्चारण स्थान कहते हैं वर्णमाला में वर्णित वर्णों के विन विन उच्चारण स्थान है जिनका विवरण निम्न प्रकार है
उच्चारण के आधार पर व्यंजनों के दो भेद होते हैं
1.अल्पप्राण
2.महाप्राण
****जिन व्यंजनों के उच्चारण के समय मुह से कम मात्रा मेंं हवा निकलती है वह अल्पप्राण कहलाते हैं
****जिन व्यंजनों के उच्चारण के समय मुह से कम मात्रा मेंं हवा निकलती है वह अल्पप्राण कहलाते हैं
जिनका विवरण निम्न प्रकार है
***जिन व्यंजनों के उच्चारण के समय मुख से अधिक मात्रा में हवा निकलती है उन्हें महाप्राण कहते हैं ।
जिनका विवरण निम्न प्रकार है
स्पर्श व्यंजनों का उच्चारण स्थान
*सभी छात्रों को ज्ञात होना चाहिए कि हिंदी संस्कृत की वर्णमाला विज्ञान से भरी है। वर्णमाला का प्रत्येक अक्षर तार्किक है और सटीक गणना के साथ क्रमिक रूप से रखा गया है। इस तरह का वैज्ञानिक दृष्टिकोण अन्य विदेशी भाषाओं की वर्णमाला में शामिल नहीं है।
देखे*
*क ख ग घ ड़* - पांच के इस समूह को
🌺कण्ठव्य🌺
कहा जाता है क्योंकि इस का उच्चारण करते समय कंठ से ध्वनि निकलती है। उच्चारण का प्रयास करें।
*च छ ज झ ञ* - इन पाँचों को
🌺तालव्य🌺
तालुकहा जाता है क्योंकि इसका उच्चारण करते समय जीभ तालू महसूस करेगी। उच्चारण का प्रयास करें।
*ट ठ ड ढ ण* - इन पांचों को
🌺मुर्धन्य🌺
कहा जाता है क्योंकि इसका उच्चारण करते समय जीभ मुर्धन्य (ऊपर उठी हुई) महसूस करेगी। उच्चारण का प्रयास करें।
*त थ द ध न* - पांच के इस समूह को
🌺दन्तवय🌺
कहा जाता है क्योंकि यह उच्चारण करते समय जीभ दांतों को छूती है। उच्चारण का प्रयास करें।
*प फ ब भ म* - पांच के इस समूह को कहा जाता है 🌺ओष्ठव्य🌺
क्योंकि दोनों होठ इस उच्चारण के लिए मिलते हैं। उच्चारण का प्रयास करें।
दुनिया की किसी भी अन्य भाषा में ऐसा वैज्ञानिक दृष्टिकोण नहीं है! निःसंदेह, हमें अपनी ऐसी भारतीय भाषा पर गर्व होना चहिए!!
8.बलाघात किसे कहते हैं।
जब किसी भी शब्द को बोलते समय उसकी अंतिम ध्वनि पर बल दिया जाए, अर्थात छोटी मात्रा बड़ी मात्रा में बदल जाए ।वह वाला भाग कहलाता है।
जैसे- शुद्ध शब्द प्रगति है ,परंतु बलाघात के कारण हम बोलते समय प्रगती बोलते हैं। मधु को मधू बोलतेहै। प्रस्तुति करण को प्रस्तुतीकरण बोलते हैं।
यह बलाघात शब्दों में भी होता है और वाक्यों में भी।
प्रश्न8. व्यंजन कुछ किसे कहते हैं?
उत्तर
जब दो या दो से अधिक व्यंजन एक साथ एक सांस के झटके में बोले जाते हैं ,वह व्यंजन गुच्छ कहलाते हैं। जैसे -स्वस्थ ,स्वार्थ, न्याय, संपन्न, क्यारी, उज्जवल, प्रज्वल ,आदि।
प्रश्न10
भाषा के बोलने में जो आरोह अवरोह या उतार-चढ़ाव होता है उसे हिंदी में क्या कहते हैं?
उत्तर
भाषा के बोलने में जो उतार-चढ़ाव होता है उसे अनुतान कहते हैं ।जिसके कारण अर्थ में परिवर्तन आ जाता है।
प्रश्न 11.
ऐसे वर्ण जो नाक के स्वर से उच्चारित होते हैं क्या कहलाते हैं?
उत्तर
ऐसे अक्षर या वर्ण जो नाक के स्वर से उच्चारित होते हैं वह अनुनासिक कहलाते हैं।
Thanks mam
ReplyDeleteThanks mam
DeleteMam thank you
ReplyDeleteThnxx mam
ReplyDeleteThanku mam
ReplyDeleteMam thank you it is very useful video
ReplyDeleteThanks mam
ReplyDeleteMam thank you
ReplyDeleteThank you mam
ReplyDeleteMam thank you
ReplyDeleteit's really helpful for me. Thanks man
ReplyDeleteआप सभी का आभार
ReplyDeleteThank you mem
ReplyDeleteबहुत-बहुत आभार आप सभी का
ReplyDeleteपढ़ते रहिए, आगे बढ़ते रहिए।
Thank you mam
DeleteRuchit Agarwal
Class 7-E
Thanks Mam
ReplyDeleteSanchit Jain 7C
Mam you were well now or not and thank for work
ReplyDeleteMam thank you for this chapter
ReplyDeleteThanks mam
ReplyDeleteThana mam for the wonderful explanation
ReplyDeleteThanks Ma'am. This helps me very much
ReplyDeleteThanks mam
ReplyDeleteMam very difficult for writing
ReplyDeleteThank you mam
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