वट सावित्री व्रत पूजा एवं कथा
वट सावित्री व्रत 2024 पूजा मुहूर्त? पंचांग के अनुसार वट सावित्री व्रत 6 जून को रखा जाएगा। इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त प्रातः 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा वट सावित्री व्रत सामग्री की सूची बांस का पंखा- कलावा या सफेद सूत (हल्दी में रंगा हुआ)मौसमी फल जैसे आम, लीची,तरबूज ,फूल (लाल या पीला) और फूलों की माला ,वट वृक्ष ,भीगा हुआ काला चना अक्षत धूप बत्ती पान सुपारी गंगाजल,पवित्र जल कच्चे दूध युक्त।केला का पत्ता , नए वस्त्र (लाल, पीला)मिट्टी का घड़ा,दीप बाती देसी घी तांबे के लोटे में गंगाजल मिला जल,सिंदूर,रोली,हल्दी,मिठाई इस दिन महिलाएं सुबह सुबह जल्दी उठकर स्नान करती हैं. स्नान के पश्चात श्रृंगार की सामग्रियां इकट्ठा करके वट वृक्ष की पूजा के लिए जाती हैं. वहां पहुंचकर बरगद के पेड़ के चारों तरफ कलावा और कच्चा सूत लपेटती हैं. फिर जल अर्पित करके हल्दी, कुमकुम लगाकर विधि विधान से पूजा करती हैं. कथा विवाहित महिलाओं के बीच अत्यधिक प्रचलित ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के दिन आने वाले सावित्री व्रत की कथा निम्न प्रकार से है:भद्र देश के एक राजा थे, जिनका नाम अश्वपति थ...