निर्देश- इस प्रश्न पत्र में अ, एवं ब, दो खंड हैं । छात्र दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर निर्देश अनुसार सुस्पष्ट लेख में लिखें।

विषय -हिन्दी -कक्षा- नवम पूर्णांक- 80 समय 3घंटे
                             खंड -अ
अर्द्ध वार्षिक परीक्षा -
1.अपठित गद्यांश .5अंक

अपने देश की सीमाओं की दुश्मन से रक्षा करने के लिए मनुष्य सदैव सजग रहा है। प्राचीन काल में युद्ध क्षेत्र सीमित होता था तथा युद्ध धनुष-बाण, तलवार, भाले आदि द्वारा होता था, परंतु आज युद्धक्षेत्र सीमाबद्ध नहीं है। युद्ध में अंधविश्वास से हटकर1 वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है। आज विज्ञान ने लड़ाई को एक नया मोड़ दिया है। अब हाथी, ऊँट, घोड़ों का स्थान रेल, मोटरगाड़ियों और हवाई जहाजों ने ले लिया है। धनुष-बाण आदि का स्थान बंदूक व तोप की गोलियों और रॉकेट, मिसाइल, परमाणु तथा प्रक्षेपास्त्रों ने ले लिया है और उनके अनुसार राष्ट्र की सीमाओं के प्रहरियों में अंतर आया है।अब मानव प्रहरियों का स्थान बहुत हद तक यांत्रिक प्रहरियों ने ले लिया है जो मानव से कहीं अधिक सजग, त्रुटिहीन और क्षमतावान् हैं। आधुनिक प्रहरियों में रेडार, सौनार, लौरान, शौरान आदि विशेष उल्लेखनीय हैं। यहाँ रेडार का वर्णन किया जाता है।रेडार का उपयोग द्वितीय विश्वयुद्ध में प्रारंभ हुआ। ‘रेडार’ शब्द ‘रेडियो डिटेक्शन एंड रेंजिंग के प्रथम अक्षरों से बना है। इसका अर्थ यह भी है कि किसी भी रेडार से एक निश्चित क्षेत्र के अंदर ही वायुयान की स्थिति ज्ञात की जा सकती है। यदि जहाज उस ‘रेंज’ से बाहर है तो पता नहीं लगाया जा सकता। रेडार एक अति लाभदायक व महत्त्वपूर्ण प्रहरी है, जिसमें विद्युत चुंबकीय तरंगों की मदद से उड़ते हुए शत्रु के विमानों की सही स्थिति का ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।

क) प्राचीन काल और आज के युद्ध में क्या अन्तर है?
1.युद्ध क्षेत्र सीमित होता था
2. युद्ध क्षेत्र असीमित होता था
 3.आमने सामने की लड़ाई होती थी 
4.राजा राजाओं के बीच में धनुष बाण से लड़ाई होती थी युद्ध क्षेत्र सीमित होता था।

(ख) विज्ञान की लड़ाई ने कैसा मोड़ लिया है?
1.आज युद्ध घर में बैठकर होते हैं
2. आज शीत युद्ध होते हैं
3. आज रडार से युद्ध होते हैं 
4.आज युद्धों का स्वरूप यांत्रिक हो गया है।

(ग) मानव प्रहरियों का स्थान अब किसने ले लिया है-
1.यंत्रों ने
2.मंत्रों ने
3.तोपों ने
4.जहाजों ने

(घ) ‘रेडार’ का मुख्य रूप से  प्रयोग है-


1.वार करने के लिए
2.स्थिति जानने के लिए
3.विद्युत चुंबकीय तरंगों की मदद से उड़ते हुए शत्रु के विमानों की सही स्थिति का ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।
4.कोई नहीं 

(ड)‘त्रुटिहीन’ शब्द का वर्ण-विच्छेद कीजिए।

त्रुटि +हीन
त्रु  +टि +हीन
त् +र् +उ +ट्  +इ+ ह्+ई+ न्+अ

                              अथवा


 ,2-निम्नलिखित अपठित पद्यांश पढ़कर उचित उत्तर लिखिए- 5अंक
विचार लो कि मर्त्य हो, न मृत्यु से डरो कभी, 
मरो परन्तु यों मरो कि याद तो करें सभी। 
हुई न यों सुमृत्यु तो वृक्षा मरे वृथा जिये, 
मरा नहीं वही कि जो जिया न आपके लिए। 
यही पशु प्रवृत्ति है कि आप आप ही चरे। 
मनुष्य है वही कि जो मनुष्य के लिए मरे। 
उसी उदार की कथा सरस्वती बखानती, 
उसी उदार से धरा कृतार्थभाव मानती, 
उसी उदार की सदा सजीव कीर्ति कुजती, 
 उसी उदार को समस्त सृष्टि पूजती, 
अखण्ड आत्मभाव जो असीम विश्व में भरे। 
मनुष्य है वही कि जो मनुष्य के लिए मरे। 
सहानुभूति चाहिए, महाविभूति है यही, 
वशीकृता सदैव ही बनी हुई स्वयं मही। 
विरुद्धवाद बुद्ध का दया-प्रवाह से बहा, 
विनीत लोकवर्ग क्या न सामने झुका रहा?
अहा वही उदार है परोपकार जो करे। 
मनुष्य है वही कि जो मनुष्य के लिए मरे। 
मनुष्य मात्र बन्धु है, यही बड़ा विवेक है, 
पुराण पुरुष स्वयं पिता प्रसिद्ध एक है।
फलानुसार कर्म के अवश्य बाह्य भेद हैं। 
परन्तु अंतरैक्य में, प्रमाणभूत वेद हैं। 
अनर्थ है कि बन्धु ही न बन्धु की व्यथा हरे। 
मनुष्य है वही कि जो मनुष्य के लिए मरे। 

प्रश्न :
(क) सुमृत्यु का क्या तात्पर्य है? 
1.सुगम मृत्यु
2.सुंदर मृत्यु
3.सम्मान के सहित मृत्यु
4. उपरोक्त में से कोई नहीं.

(ख) पशु प्रवृत्ति होती है-
1.दूसरों पर आक्रमण करना
2आप ही आप चरना
3.स्वार्थी होना
4.दूसरा एवं तीसरा दोनों ही

(ग) मनुष्य होने के लिए क्या गुण आवश्यक हैं?
1.पढ़ा लिखा होना
2.समझदार होना
3.धनवान होना
4. परोपकारी होना

(घ) सच्चा उदार कौन होता है?  
1.परोपकारी
2.धनवान
3.शिक्षित
4.साधु


(ड) कवि के अनुसार अनर्थकारी बात क्या 
है
1. मनुष्य ही मनुष्य का साथ ना दे
2. मनुष्य वास अपने में ही रहे
3. मनुष्य बस धन के पीछे दौड़े
4. मनुष्य लालची हो
                          
प्रश्न 3.किन्हीं चार पंक्तियों में अलंकार पहचाने -4
क). तीन बेर खाती थी मैं तीन बेर खाती है।
 ख.) पीपर पात सरिस मन डोला
ग.) मैया मैं तो चन्द्र खिलौना लैहो 
घ.) मेघमय आसमान से उतर रही है संध्या सुन्दरी परी सी धीरे धीरे धीरे |
ड.)जो खग हैं तो बसेरों क्यों मिलि,कालिंदी कूल कदंब की डारन

 प्रश्न 4.निम्नलिखित में से कोई चार वाक्य निर्देश अनुसार परिवर्तित कीजिए -4
क)अरे!तुम आ गए!(प्रश्न वाचक)
ख) अब मैं नहीं चल सकता(विस्मयादिबोधक)
ग)आज अवकाश दो बजे होगा(निषेध वाचक)
घ)वह कल नहीं आयेगा(विधान वाचक)
ड.)आप बाहर बैठ सकते हैं (इच्छा वाचक)


प्रश्न 5.निम्नलिखित शब्दों में से उपसर्ग प्रत्यय पहचान कर पृथक कीजिए -4
क) ऐतिहासिक
ख) भौगोलिक
ग) निस्संदेह
घ) दुष्प्रभाव

प्रश्न 6.निम्नलिखित समस्त पदों से समास विग्रह कर समास का नाम लिखिए-4
क)आराम कुर्सी 
ख)पाप -पुण्य 
ग)देवालय
घ) चंद्र मौलि

प्रश्न 7.  निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर उचित विकल्प का चयन करें -5
रस्सी कच्चे धागे की, खींच रही मैं नाव। 
जाने कब सुन मेरी पुकार, करें देव भवसागर पार। 
पानी टपके कच्चे सकोरे, व्यर्थ प्रयास हो रहे मेरे।
जी में उठती रह-रह हूक, घर जाने की चाह है घेरे।।
खा-खाकर कुछ पाएंगा नहीं,
न खाकर बनेगा अहंकारी।
सम खा तभी होगा समभावी,
खुलेगी साँकल बंद द्वार की
1कवित्री के अनुसार कच्ची रस्सी की तुलना की गई है -
क)धागे से 
ख)शरीर से 
ग)सांसों से
घ) जीवन से 
2-कवित्री ने भव सागर को माना है-
 क)स्वर्ग 
ख)नरक
ग) पति का घर
घ) संसार
3. 'रस्सी कच्चे धागे की' से कवयित्री का अभिप्राय है -
क). धागा कच्चा है
 ख). धागा कप का है
 ग) सांसों का भरोसा नहीं 
  घ)कमजोर साथी
4. 'नाव' किसे कहा गया है?
क). दुनिया को
 ख) घर-बार को
 ग) वर्गीकरण को
 घ). जीवन व शरीर को
 5.. कवयित्री घर जाना चाहती है-
 क). पति के
 ख) भगवान के
 ग). मां के
 घ). प्रेमी के 
प्रश्न 8-
(1.) "जेब टटोली कौड़ी न पाई मांझी को दूं क्या उतराई।"
में मांझी और उतराई का अर्थ है-1.
(क). ईश्वर।
( ख.) ईश्वर और भक्त।
(ग) ईश्वर  रूपी नाविक और पुण्य रुपी कौड़ी ।
(घ) नाविक और नाव ।

(2)"कोटिक ए कलधऔत के धाम करील के कुंजन ऊपर वारौ।" पंक्ति में रसखान कलधौत पर वारना चाहते है- 1.
क)  अपना जीवन
ख)अपना सुख 
ग) अपनी भावनाएं
घ)उपरोक्त सभी


प्रश्न 9.-निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर उचित उत्तर लिखिए-5+2
1. एक नयी जीवन-शैली अपना वर्चस्व स्थापित कर रही है। उसके साथ आ रहा है एक नया जीवन-दर्शन-उपभोक्तावाद का दर्शन। उत्पादन बढ़ाने पर जोर है चारों ओर। यह उत्पादन आपके लिए है; आपके भोग के लिए है, आपके सुख के लिए है। ‘सुख' की व्याख्या बदल गई है। उपभोग-भोग ही सुख है। एक सूक्ष्म बदलाव आया है नई स्थिति में उत्पाद तो आपके लिए हैं, पर। आप यह भूल जाते हैं कि जाने-अनजाने आज के माहौल में आपका चरित्र भी बदल रहा है और आप उत्पाद को समर्पित होते जा रहे हैं।
संभ्रांत महिलाओं की ड्रेसिंग टेबल पर तीस-तीस हजार की सौंदर्य सामग्री होना तो मामूली बात है। पेरिस से परफ्यूम मॅगाइए, इतना ही और खर्च हो जाएगा। ये प्रतिष्ठा-चिह्न हैं, समाज में आपकी हैसियत जताते हैं। पुरुष भी इस दौड़ में पीछे नहीं है। पहले उनका काम साबुन और तेल से चल जाता था। आफ्टर शेव और कोलोन बाद में आए। अब तो इस सूची में दर्जन-दो दर्जन चीजें और जुड़ गई हैं।
प्रश्न -सही विकल्प चयन कीजिए -
( अ)
(1) लेखक के अनुसार,आज एक नयी जीवन शैली स्थापित कश्ती जा रही है अपना-

क)वर्चस्व
ख)दबदबा
ग)पहचान
घ)स्तंभ 
(2.) उपभोक्तावाद के दर्शन के कारण  आज आने अनजाने बदल रहा है हमारा -
क)व्यवहार
ख)चरित्र
ग)सभ्यता
घ)जीवन

(3)  उपभोक्तावादी के अनुसार आज सच्चा सुख है
    क )भोग उपभोग में
   ख) अध्यात्म में
   ग )  त्याग में
   घ) संतोष में

(4.) संभ्रांत महिलाओं से  आशय है-
 क)आधुनिक
ख)समझदार
,ग )सम्पन्न
घ)पढ़ी लिखी सम्पन्न समझदार 

(5..) सम्भ्रांत महिलाओं की टेबल भरी रहती हैं -
 
1)भोजन से
2)रुपयों से
3)सौन्दर्य प्रसाधनों से
4)पुस्तकों से
(.आ)
(1) आधुनिक युग में पुरूष किस दौड़ में शामिल हो गए हैं?

1.दिखावा की
2.फैशन की
 3.साधना जुटाने की
4.सौन्दर्य प्रसाधनों जुटाकर खुद को आकर्षक दिखाने की

 2.) उपभोक्तावादी दर्शन की सभ्यता से ऐसा प्रतीत होता है-  1.जैसे कि साधन हमारे लिए नहीं बने हम साधनों के लिए बने हैं .
2.जैसे कि हम साधनों के लिए समर्पित होते चले जा रहे हैं 
3.जैसे कि साधना के बिना हमारा काम नहीं चलेगा
4.जैसे कि यही जीवन है।

प्रश्न 10.- (
अ)निम्नलिखित प्रश्नों में से कोई चार प्रश्न कीजिए।  8.
क)उस समय के तिब्बत में हथियार कानून न रहने के कारण
 यात्रियों को किस प्रकार का भय बना रहता था? 
ख) लेखक ने उपभोक्तावादी संस्कृति को हमारे समाज के लिए चुनौती क्यों कहा है?
ग) किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें पक्षी प्रेमी बना दिया?
घ) "उस एक रोटी से उनका पेट तो क्या भरता था मानो उनकी आत्मा को भोजन मिल जाता था।" वाक्य का भाव स्पष्ट कीजिए!
ड.) सखी ने गोपी से कृष्ण का कैसा रूप धारण करने का आग्रह किया, और गोपी क्या धारण नहीं करना चाहती?

(ब) कोई तीन प्रश्न कीजिए - 6
क) काव्य सौंदर्य स्पष्ट कीजिए -"या मुरली मुरलीधर की अधरा न धरी अधरा न धरौंगी ।"

ख)कवि ने किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से  क्यों की है?

ग)कवि को कोयल सी ईर्ष्या क्यों हो रही है?

घ) व्यक्ति की पहचान उसके कुल धर्म से नहीं बल्कि कर्मों से होती ? कबीर के इस मत को सिद्ध कीजिए।


प्रश्न11 -किन्ही दो प्रश्नों को हल कीजिए -6.
क)बाढ़ की खबर सुनकर लोग किस तरह की तैयारी करने लगे?
ख)मृत्यु का तरल दूत’ किसे कहा गया है और क्यों?
ग)लेखिका ने अपनी नानी को कभी देखा भी नहीं फिर भी उनके व्यक्तित्व से वे क्यों प्रभावित थीं?

      "खंड ब"  रचनात्मक एवं   वर्णनात्मक प्रश्न 
12.अपने क्षेत्र की स्वच्छता के संदर्भ में नगर पालिका को शिकायती पत्र लिखिए। 5
                                     
                         अथवा 
सड़क नियमों के पालन,और समस्या निवारण हेतु आगरा नगर ट्रैफिक इंचार्ज ट्रैफिक इंचार्ज  को पत्र लिखिए।


प्रश्न -13.-  निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 100शब्दो में अनुच्छेद लिखिए। 5.
1"विद्यार्थी जीवन में समय पालन" 
अथवा" 
2.बाढ़  लाती है बर्बादी और छोड़ती है महामारी। " 

प्रश्न 14.-"लालच बुरी बला है " विषय पर 100शब्दो की एक लघु कथा लिखिए। 5.
अथवा
विद्या पुस्तक भण्डार से हिंदी विषय की पुस्तकें मंगवाने हेतु 100शब्दो की ईमेल लिखिए।

प्रश्न 15..- बढ़ते टमाटर के भाव पर सब्जियों के बीच हो रही बातों  पर 100 शब्दों का   एक व्यंग्यात्मक संवाद लिखिए। 5.
                                    अथवा 
नगर में आयी बाढ़ की जानकारी देते हुए आगरा जिलाधीश की ओर से   अमर उजाला में प्रकाशन हेतु  ,यमुना तटीय  नीचे इलाकों के बासिंदो हेतु एक सार्वजनिक सूचना तैयार कराए।


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