न्यूनतम प्राथमिक पाठ्यक्रम हिंदी
भाषा कौशल विकास न्यूनतम पाठ्यक्रम हिंदी
कक्षा ६ ,७ ,८ ,९ हेतु
१.वर्णमाला - स्वर और व्यंजन में अंतर , पहचान और प्रयोग।
२.स्वर मात्रा - सही उच्चारण एवं लेखन प्रयोग।
३ सप्ताह में तीन दिन श्रुति लेख (धारा प्रवाह लेखन एवं वाचन साथ- साथ ) सप्ताह में एक दिन प्रतियोगिता।
४.पत्र लेखन- प्रार्थना पत्र और शिकायती पत्र, शुभ कामना पत्र व्यवसायिक पत्र। पोस्ट कार्ड पर भी अभ्यास करा सकते हैं।
५.नैतिक बोध के दोहे -लेखन स्मरण प्रयोग और प्रतियोगिता।
(रहीम ,कबीर) शुद्ध उच्चारण और लेखन पर बल।
प्रेम न बाड़ी ऊपजै, प्रेम न हाट बिकाय।
राजा परजा जेहि रूचै, सीस देइ ले जाय।।
दोहे का अर्थ:
इस दोहे में कवि कहते हैं कि प्रेम खेत में नहीं पैदा होता है और न ही प्रेम बाज़ार में बिकता है। चाहे कोई राजा हो या फिर कोई साधारण आदमी सभी को प्यार आत्म बलिदान से ही मिलता है, क्योंकि त्याग और बलिदान के बिना प्रेम को नहीं पाया जा सकता है। प्रेम गहन- सघन भावना है – खरीदी बेचे जाने वाली वस्तु नहीं है!
क्या सीख मिलती है:
कवि के इस दोहे से हमें यह सीख मिलती है कि हमें प्यार पाने के लिए लोगों के भरोसे को जीतने की कोशिश करनी चाहिए और आत्म बलिदान करना चाहिए तभी हम सच में किसी का प्यार पा सकते हैं या फिर किसी से सच्चे मन से प्यार कर सकते हैं।
विराम चिह्नो का सही प्रयोग-
यथा योजनानुसार सभी क्रियाएं अनिवार्य रूप से अनवरत हिंदी कक्षा की वेला के प्रारंभ में ही।
नियोजन-
सरला भारद्वाज
१९/५/२२
निम्नांकित लिंक ओपन कर प्रतिदिन नये पांच शब्द सीखना और समझना।
https://sarlapathshala.blogspot.com/2021/09/svm.html
निम्नांकित लिंक पर क्लिक करें और कोई पांच दोहा याद करें
https://sarlapathshala.blogspot.com/2021/09/blog-post_19.html
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