10th class क्या ढूंढ रहे हो? हिन्दी aका पूरा कोर्स यहीं मिलेगा


 



प्रिय विद्यार्थियों!

 मेरे ब्लॉग पर आपके पाठ्यक्रम के अलग-अलग बिंदु आपको समय-समय पर प्रदान किए जाते रहे हैं । इयरली एग्जाम को ध्यान में रखते हुए समस्त बिंदुओं को इस ब्लॉग में अटैच किया गया है प्रत्येक वीडियो के बाद उस पाठ की लिखित सामग्री की लिंक इसके साथ अटैच है। उस लिंक को कॉपी करके खोलें ।लिंक खोलते ही समस्त लिखित सामग्री जो आपको चाहिए आप पढ़ सकते हैं, लिख सकते हैं।  

 

सीबीएसई

  विद्या भारती द्वारा अनुमोदित प्रदत्त पाठ्यक्रम


          


         पद्य क्षितिज

सूरदास के पद 



 


http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/05/4-a.html

 तुलसीदास राम लक्ष्मण परशुराम संवाद 







http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/07/blog-post.html

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला अट नहीं रही उत्साह


https://sarlapathshala.blogspot.com/2020/11/blog-post_55.html?m=1

      कन्यादान       https://sarlapathshala.blogspot.com/2020/12/blog-post_94.html

 गद्यक्षितिज


 नेताजी का चश्मा

http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/08/10th-hindi.html

 बाल गोविंद भगत

http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/05/blog-post_18.html

लखनवी अंदाज

http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/05/blog-post_19.html

    

मानवीय करुना की दिव्य चमक

    https://sarlapathshala.blogspot.com/2020/11/blog-post_21.html?m=1








            कृतिका

माता का आंचल और जॉर्ज पंचम की नाक


https://sarlapathshala.blogspot.com/2020/05/blog-post_22.html?m=1

जौर्ज पंचम की नाक

https://sarlapathshala.blogspot.com/2021/01/blog-post_20.html

साना साना हाथ जोड़ी

https://sarlapathshala.blogspot.com/2020/12/blog-post_19.html

                  व्याकरण

 रचना के आधार पर वाक्य


http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/05/2.html

 वाच्य


http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/05/blog-post_12.html

क्रिया

 

रस

http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/05/blog-post_74.html









   https://sarlapathshala.blogspot.com/2020/11/blog-post_29.html?m=1

 पद परिचय

http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/05/blog-post_10.html





 

                                     पत्र

पत्र लिखना भी एक कला है अच्छे पत्र लिखने के लिए निम्नलिखित बातें ध्यान में रखनी चाहिए।

1. पत्र सरल और स्वाभाविक भाषा और शैली में होने चाहिए।

2. पत्र का विषय स्पष्ट और सार्थक होना चाहिए।

3.पत्र को न तो अनावश्यक विस्तार देना चाहिए और ना ही बहुत छोटा होना चाहिए ।पत्र ऐसा हो जिसमें अपनी पूरी बात कही गई हो।


4.पत्र में लिखे विचारों में पारस्परिक तारतम्यता होनी चाहिए।

 5.विभिन्न विचारों की अभिव्यक्ति के लिए पत्र को अनुच्छेद में बांट दिया जाना चाहिए एक अनुच्छेद में एक ही महत्वपूर्ण विचार होना चाहिए।

6. पत्र लिखते समय पत्र संबंधी आवश्यक औपचारिकताओं यथा संबोधन अभिवादन हर का निर्वहन करना चाहिए। पत्र में आवृत्ति से बचना चाहिए ।विराम चिन्हों का भी उचित प्रयोग करना चाहिए।


पत्र के प्रकार

 पत्र दो प्रकार के होते हैं औपचारिक और अनौपचारिक।

औपचारिक पत्रों के अंतर्गत व्यावसायिक और कार्यालयी पत्र आते हैं ,तथा अनौपचारिक पत्रों के अंतर्गत मित्र बंधुओं बंधुओं रिश्तेदारों सगे संबंधियों के पत्र होते हैं।


दोनों ही प्रकार के पत्रों के उदाहरण नीचे दिए जा रहे हैं जरा ध्यान से पढ़ेंगे समझेंगे और प्रयोग करना सीखेंगे।


औपचारिक पत्र

1.आप और आपके मित्र भूकंप पीड़ित क्षेत्र की सहायता के लिए रंगारंग कार्यक्रम अपने स्कूल के हॉल में प्रस्तुत करना चाहते हैं उनके प्रयोग की अनुमति के लिए अपने स्कूल के प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए.


सेवा में प्रधानाचार्य महोदय,

सरस्वती विद्या मंदिर कमला नगर आगरा.।

मान्यवर,

सविनय निवेदन यह है ,कि हाल ही में आए भूकंप से पीड़ित लोगों की सहायता के लिए हम सभी छात्र मिलकर एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन करना चाहते हैं ।इस कार्यक्रम के लिए हमें अपने विद्यालय के हॉल की आवश्यकता है ।

महोदय ,कार्यक्रम इसी महीने के अंतिम शनिवार को होगा ।इस कार्यक्रम की सफलता के लिए हम कुछ बाहर के कलाकारों को भी आमंत्रित करना चाहते हैं। इस अवसर पर प्रवेश टिकटों द्वारा होगा। इस कार्यक्रम से जो आय होगी उसे भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए भेज दिया जाएगा। अतः आपसे प्रार्थना है कि आप इस कार्यक्रम के लिए विद्यालय के हॉल के प्रयोग की अनुमति देकर कृतार्थ करें। सहयोग के लिए हम सभी आपके सदा आभारी रहेंगे।

सधन्यवाद 

आपका आज्ञाकारी शिष्य

 विद्यालय का सांसद प्रमुख छात्र

अभिषेक कुमार कक्षा१० ड।

17 अक्टूबर 2020।


अनौपचारिक पत्र

 रक्षाबंधन के संबंध में अपने भाई को पत्र

112 डी कमला नगर आगरा।

दिनांक 10 अक्टूबर 2020

प्रिय पुष्कर,

 प्रसन्न रहो।

आशा है तुम स्वस्थ और सानंद होगें। मैं इस पत्र के साथ तुम्हारे लिए रक्षाबंधन का पवित्र धागा राखी भेज रही हूं ।स्वयं न आ सकने का मुझे अत्यंत दुख है । कोरोना काल में विवशता के कारण ही नहीं आ पा रही हूं।भैया रक्षाबंधन एक महान पवित्र पर्व है। इस पर्व पर रक्षा के धागों में बहन का प्यार और मंगलकामनाएं एकत्र करके कलाइयों में बांधने की प्रथा युगों से देश में प्रचलित है।मैं भी अपनी मंगल कामना के साथ यह राखी भेज रही हूं। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वह तुम्हारी हर मनोकामना पूर्ण करें । हमेशा कक्षा में प्रथम आते रहो, यही मेरी शुभकामनाएं हैं।

तुम्हारी बड़ी बहन ,

सरला





 संदेश लेखन  एवं अनुच्छेद लेखन

http://sarlapathshala.blogspot.com/2020/08/blog-post_24.html



विज्ञापन लेखन

https://sarlapathshala.blogspot.com/2020/10/blog-post.html?m=1


https:/स्ववृत्त लेखन/sarlapathshala.blogspot.com/2022/10/blog-post_16.html

Comments

  1. Thank you mam it explains all the course.
    जय हिन्द।

    ReplyDelete
  2. धन्यवाद सभी को

    ReplyDelete
  3. Ma'am apne bhot ache se Sare topic cover kiye h

    ReplyDelete
  4. We should clap for mam for this type of work. mam , you work very hard for all students. you give all the materials in very good manner . thanks mam. I pray to god to give all things which you want.

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

कैदी और कोकिला

नेताजी का चश्मा 10th Hindi

class 7th 8th and 9thसमास अर्थ परिभाषा प्रकार और उदाहरण ,पहचान